हिन्दी कविता बच्चों के लिए | ये रंग-बिरंगी तितलिया ,सुंदर - सुंदर तितलियां

November 07, 2018

कविता - ये रंग-बिरंगी तितलियां

Poem - Ye Rang Birangi Titliya

myargument.in

ये रंग-बिरंगी तितलियां,
         सुंदर सुंदर तितलियां |

रंग रंग के पुष्प में ,
        ये बैठी मिलती है |
वाटिका में घूम घूम कर ,
         यह सबके मन को मोह लेती है|

ये रंग-बिरंगी तितलियां ,
        सुंदर सुंदर तितलियां |

यह सुंदर वाटिका में रहती है ,
         जहां सुगंधित हवा बहती है |
प्रकृति ने इनको क्या खूब बनाया ,
         जिससे यह सबके मन को भाया |

ये रंग-बिरंगी तितलियां ,
 सुंदर सुंदर तितलियां |

देख कभी मैं , रुक जाता हू ,
पास जब तितली आती है |
कभी देखूं तो छिप जाऊ ,
छिपकर उसको पास बुलाऊ |

ये मन से मै दोहराता हू ,
कास मै बन जाऊ |
उसके जैसा, सुन्दर और रंग-बिरंगा ,
पंख लगे और उड़ जाऊ |

ये रंग-बिरंगी तितलियां ,
 सुंदर सुंदर तितलियां |

By - Vijay Kumar

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